पिनाका रॉकेट लॉन्चर।एण्टी-सैटेलाईट मिसाइल।नाग मिसाइल। GK ANYWHERE
पिनाका रॉकेट लॉन्चर
- पिनाका भारत में निर्मित और भारतीय सेना के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित एक मल्टीबैरल रॉकेट लॉन्च (MBRL) सिस्टम है।यह अत्याधुनिक तकनीकों से लैस है।
- पिनाका को भारतीय सेना के BM-21 ग्रैड मल्टीपल रॉकेट लांचर सिस्टम को बदलने के लिए डिजाइन किया गया है। यह एक बहुआयामी प्रणाली है, जो उच्च ऊर्जा, प्रणोदन सर्वो-नियंत्रित लॉन्चर कॉन्फ़िगरेशन और फायर कंट्रोल कंप्यूटर को एकीकृत करती है।
- पिनाका प्रणाली 8×8 वाहन पर आधारित है। प्रत्येक बैटरी में छह लांचर वाहन, छह लोडर-कम पुनःपूर्ति वाहन और दो कमांड पोस्ट वाहन होते हैं। प्रत्येक लांचर वाहन में 2 पॉड्स होते हैं जिसमें कुल 12 रॉकेट होते हैं।
- मार्क-I के लिए सिस्टम की अधिकतम सीमा 40 किमी और मार्ग-II के लिए 65 किमी है।और यह 44 सेकंड में 12 HE रॉकेटों को दाग सकता है।
- वर्ष 1986 में पुणे स्थित 'आयुध' अनुसंधान और विकास प्रतिष्ठान(ARDE) पर इसका विकास शुरू हुआ था।
- जून 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान पिनाका (MBRL) की युद्ध क्षमताओं का परीक्षण किया गया।
- फरवरी 2000 में एकमात्र पिनाका (MBRL) रेजिमेंट की स्थापना की गई।
- पिनाका का विकास परीक्षण सितंबर 2012 में पोखरण में चंदन फायरिंग रेंज में किया गया।
एण्टी सैटेलाइट मिसाइल
- भारत की पहली उपग्रह रोधी (A-SAT) हथियार मिसाइल का 27 मार्च, 2019 को चांदीपुर (ओडीशा) में स्थित इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (ITR) से सफल परीक्षण किया गया। इस ऑपरेशन को मिशन शक्ति नाम दिया गया था।
- इसने पृथ्वी की निचली कक्षा (LEO) में 300 किमी (186 मील) की ऊंचाई पर एक परीक्षण उपग्रह माईक्रोसैट-R को मार गिराया, और इस प्रकार उपग्रह रोधी हथियार मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण हो गया।
- इस मिसाइल प्रणाली को रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया गया है। अब भारत उपग्रह रोधी मिसाइल क्षमता वाला चौथा राष्ट्र बन गया है।
- एंटी सेटेलाइट (ASAT) अंतरिक्ष हथियार है, जो सामरिक या सामरिक उद्देश्यों के लिए उपग्रहों को निष्क्रिय या नष्ट करने के लिए डिजाइन किए गए हैं। यद्यपि युद्ध में अभी तक इस प्रणाली का उपयोग नहीं किया गया है।
नाग मिसाइल
- नाग तीसरी पीढ़ी की फायर-एंड-फॉरगेट एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल है, जिसे भारतीय सेना की यंत्रीकृत पैदल सेना और हवाई बलों दोनों के लिए विकसित किया गया है।
- यह एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (IGMDP) के तहत रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित 5 मिसाइल प्रणालियों में से एक है।
- यह मिसाइल 4 फोल्डेबल पंखों से लैस है और इसकी लंबाई 1.85 मी, व्यास 0.20 मी, पंख फैलाव 0.4 मी और वजन 43 किग्रा है।
- इसमें एक एडवांस्ड पैसिव होमिंग गाइडेंस सिस्टम शामिल है। यह आधुनिक मुख्य युद्धक टैंक और अन्य भारी बख्तरबंद ठिकानों को नष्ट करने के लिए बनाई गई है।
- नाग मिसाइल को भूमि और वायु- आधारित प्लेटफार्म से लांच किया जा सकता है।
- इसके हेलीकॉप्टर से लांच किए जाने वाले संस्करण HELINA ध्रुव एडवांस लाइट हेलीकॉप्टर (ALH) HAL रुद्र (ALH WSI) हेलीकॉप्टर से फायर किया जा सकता है।
- नाग का पहला परीक्षण नवंबर 1990, में किया गया था। 2001 में ओडिशा के बालासोर स्थित अंतरिम टेस्ट रेंज में प्रोग्राम्ड कंट्रोल मोड में एक ट्यूब से इस मिसाइल का परीक्षण किया गया था।
Important QNA -
प्रश्न - पिनाका रॉकेट लॉन्चर का निर्माण किसने किया है?
उत्तर - पिनाका भारतीय सेना के लिए रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित एक मल्टीबैरल रॉकेट लॉन्च (MBRL) सिस्टम है
प्रश्न - पिनाका (MBRL) की युद्ध क्षमताओं का परीक्षण कब किया गया।
उत्तर - जून 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान।
प्रश्न - नाग कैसी मिसाइल है?
उत्तर - नाग तीसरी पीढ़ी की फायर-एंड-फॉरगेट एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल है।
आपको पिनाका रॉकेट लॉन्चर, एंटी सैटलाइट मिसाइल, और नाग मिसाइल के बारे में दी गई जानकारी कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताएं।
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